सेहत को अच्छा रखने के लिए ड्राई फ्रूट्स खाने की सलाह दी जाती है. बादाम, काजू, पिस्ता के अलग-अलग फायदे होते हैं और लोग इसका रेगुलर सेवन करते हैं. अगर काजू की बात करें तो ये खाने में काफी फायदेमंद होता है. मधुमेह के मरीजों के लिए काजू खाना वरदान से कम नहीं होता है, उन मरीजों को सिर्फ 6 काजू खाने से डायबिटिक पेशेंट को कई सारे फायदे मिलते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि डायबिटीज में काजू किस समय खाना चाहिए जिससे काजू खाने के कौन-कौन से फायदे होते हैं ये हम बताएंगे.

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काजू खाने के फायदे

कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि एक्सपर्टस कहते हैं कि डायबिटीज के मरीजों को सुबह खाली पेट 6 काजू खाना चाहिए. हालांकि इस तरह का नमक या मसाला नहीं होना चाहिए. बिना नमक का काजू मधुमेह में काजू का सेवन करने से डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें. अब चलिए बताते हैं इसके 4 बडे़ फायदे.

इंसुलिन का बढ़ना: शरीर में इंसुलिन का लेवल कम होने से शुगर हाई की समस्या शुरू हो जाती है लेकिन काजू का सेवन इसके लेवल को बढ़ाता है. जो कि ब्लड शुगर को कम करने में मददगार होता है इसलिए ऊपर बताए गए समय पर काजू का सेवन करें.

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एनर्जी का बढ़ना: डायबिटीज के मरीजों को काजूर का सेवन करना चाहिए जिससे उन्हें एनर्जी मिलती है. काजू से यह एनर्जी कम से कम कैलोरी और फैट के साथ मिलती है. कैलोरी और फैट की ज्यादा मात्रा डायबिटीज को बढाता है.

मोटापा कम करता है: काजू में फाइबर, कार्ब्स की संतुलित मात्रा पाई जाती है. ये बैली फैट को कम करने और मोटापा कम करने में मददगार होता है. काजू एक लो-कैलोरी फूड माना जाता है जिसे खाने से शरीर में ज्यादा फैट नहीं चढ़ता है.

तनाव कम करता है: ज्यादा तनाव लेने से डायबिटीज की समस्या को बढ़ाता है लेकिन डायबिटीज में हेल्दी फूड माना जाता है जो विटामिन बी6 प्रदान करके तनाव कम करने वाले सेरोटोनिन हॉर्मोन का उत्पादन बढ़ाता है.

नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.

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