Benefits of eating Betel Leaf in Hindi: आज के समय में यूरिक एसिड का बढ़ना एक आम और बड़ी समस्या बन गई है. आपकी जानकरी के लिए बता दें कि यूरिक एसिड ब्लड (How to control Uric Acid) में पाया जाने वाला एक गंदा पदार्थ होता है. ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें प्लाज्मा यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है. शरीर में यूरिक एसिड (Benefits of eating Betel Leaf) की मात्रा बढ़ने से न सिर्फ गाउट (Gout) बल्कि किडनी (Kidney Stone) की पथरी व कई बीमारियों के होने का खतरा बढ़ सकता है. यूरिक एसिड को नियंत्रण में रखने के लिए कई उपाय है. आप दवाओं के अलावा घरेलू उपायों (Home Remedies for controlling Uric Acid) को अपनाकर यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल में कर सकते हैं. इस लेख में हम आपको पान के पत्ते के फायदे और ये यूरिक एसिड के स्तर को कैसे कम करता है ये भी बताएंगे.

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यूरिक एसिड के स्तर को कैसे कम करेगा पान का पत्ता?

विशेषज्ञों के अनुसार, पान का पत्ता यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में सहायक है. एक रिसर्च से पता चलता है कि कुछ चूहों को पान का अर्क दिया गया था. इसके सेवन से यूरिक एसिड का स्तर 8.09mg/dl से घटकर 2.02mg/dl हो गया था. बता दें कि पान के पत्ते में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाएं जाते हैं. ये जोड़ों के दर्द को घटाने में आपकी सहायता कर सकते हैं.

पान के पत्ते से मिलने वाले फायदे (Benefits of eating Betel Leaf in Hindi)

1. मुंह को रखें स्वस्थ

खाना खाने के बाद अगर आप थोड़ा सा पान के पत्ते का पेस्ट खाएंगे तो आंत स्वस्थ रहेगा, बल्कि मुंह की दुर्गंध और सांसों की दुर्गंध से छुटकारा पाया जा सकता है. इसके अतिरिक्त दांतों और मसूड़ों में दर्द, सूजन और मुंह के इन्फेक्शन से भी राहत मिल सकती है.

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2. पाचन में करें सुधार

पान के अंदर इंटेस्टाइनल, कार्मिनेटिव और एंटी-फ्लैटुलेंट गुण पाएं जाते हैं. इसमें आंतों को स्वस्थ रखने वाले गुण भी मौजूद होते हैं. पान के पत्ते मेटाबोलिज्म को बढ़ाने का काम करते हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन ट्रिगर होता है.

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3. डायबिटीज को नियंत्रण में रखता है पान का पत्ता 

कई अध्ययनों से पता चलता है कि पान के पत्ते के पाउडर में ब्लड शुगर (Blood Sugar) लेवल को कंट्रोल में रखने वाले गुण पाए जाते हैं. बता दें कि पान का पत्ता एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट होता है जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से निपटने में कारगर है.

कैसे करना चाहिए पान के पत्ते का सेवन?

यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखने के लिए रोजाना पान के पत्ते को चबाना सही रहता है, लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि इस दौरान किसी भी तरह के तंबाकू को पान के पत्ते में शामिल न करें.

(डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह लें.)