दिवाली (Diwali) प्रकाश और खुशियों का त्योहार (Festival) है. लोग साल भर इस त्योहार का बेसब्री से इंतजार करते हैं. लेकिन इस त्योहार की खुशी थोड़ी कम होने लगती है जब आप घर में नवजात शिशु की देखभाल से जुड़ी गलतियां करते हैं. आइए जानते हैं उन गलतियों के बारे में जो दिवाली सेलिब्रेशन के दौरान नवजात शिशु को परेशान कर सकती हैं.
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समय पर करें नवजात को ब्रेस्टफीडिंग
अक्सर हम देखते हैं कि दिवाली की सफाई के दौरान महिलाएं अपने नवजात शिशु पर बाकी दिनों की तुलना में पर्याप्त ध्यान नहीं दे पाती हैं. ऐसे में कई बार वह भूख लगने पर बच्चे को बोतल से दूध पिलाने लगती है. इससे बच्चे के बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में शिशु के स्वास्थ्य से समझौता ना करें और अपने शिशु के स्तनपान की दिनचर्या को मिस न करें.
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फूलों से हो सकती है एलर्जी
दिवाली के दौरान हम सभी अपने घरों को फूलों की माला से सजाते हैं या पानी से भरे कटोरे में पंखुड़ियों से डिजाइन बनाते हैं. आप इस बात से अनजान हो सकते हैं कि कुछ फूल एलर्जी को ट्रिगर कर सकते हैं और फीवर और अस्थमा जैसी स्थितियों को जन्म दे सकते हैं. फूलों को घर के अंदर लाने से पहले हमेशा पानी का छिड़काव करें और नवजात शिशु को इससे दूर रखने की कोशिश करें.
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पटाखों से रखें दूर
घर में नवजात शिशु होने पर पटाखों से बचें. यदि आप अभी भी पटाखों के साथ जश्न मनाने चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप उन्हें बच्चे से सुरक्षित दूरी पर, बाहर जलाएं.
बच्चे को जहरीले धुएं से रखें सुरक्षित
अपने बच्चे को पटाखों से निकलने वाले धुएं या राख के संपर्क में न आने दें. दिवाली समारोह के दौरान वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या है और आपको अपने बच्चे को जहरीले धुएं से सुरक्षित नहीं रखने के बारे में सावधान रहने की जरूरत है. याद रखें, बच्चे बेहद कमजोर होते हैं और धुएं से सांस की समस्या हो सकती है इसलिए अपने बच्चे को कमरे में ही रखें.
(नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)