आज के समय में लोग मनोरंजन (entertainment)के लिए इंटरनेट या फिर किसी दूसरे प्रकार के साधन का प्रयोग करते है लोग इंटरनेट (Internet)पर तरह तरह की वीडियो, फिल्म, और गाने सुनते है. लोग मनोरंजन (entertainment)के लिए कई तरह के मोबाइल ऐप (mobile app)का प्रयोग करते है। देजिस प्रकार से अमेजॉन प्राइम वीडियो, अल्ट बालाजी, जी 5 आदि लाइव स्ट्रीमिंग (OTT) प्लेटफॉर्म है. उसी प्रकार से नेटफ्लिक्स भी एक प्रकार का ऑनलाइन स्ट्रीमिंग सेवा लोगों को प्रदान करता है. आपको जानकारी के लिए बता दें कि नेटफ्लिक्स (Netflix) के साथ एक महीने का निःशुल्क परीक्षण दिया जाता है. जिसमें जारी रखने की कोई प्रतिबद्धता नहीं है और रद्द करने के लिए कोई शुल्क नहीं है.

नेटफ्लिक्स कंपनी के को-CEO और को-फाउंडर रीड हैशटिंग एक दिन अपने दोस्तों के साथ जिम कर रहे थे. जिम के दौरान दोनों आपस में बिजनेस को लेकर चर्चा कर रहे थे. उसी में समय उनके दिमाग़ में एक ऐसा मूवी प्लेटफॉर्म बनाने का आइडिया आया। यह आइडिया मार्क रैंडॉल्फ के सभी दोस्तों को पसंद आया. इसके बाद ही नेटफ्लिक्स बनने की कहानी शुरू हुई.

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DVD की मांग में बढ़ोतरी हुई

वर्ष 1997 में मार्क रैंडॉल्फ और रीड हास्टिंग्स ने मिलकर एक DVD दुकान शुरू की. उस समय फिल्म देखना इतना आसान नहीं थाफिल्म देखने के लिए लोग को DVD किराए या खरीदकर देखते थे. इसके बाद मार्क रैंडॉल्फ और रीड हास्टिंग्स ने मूवी रेंटल सर्विस बिजनेस शुरू करने का निर्णय किया. कंपनी शुरू होने के ठीक एक साल बाद 1998 में DVD मंगवाने वालों की मांग में बढ़ोतरी हुई. इसके बाद दोनों ने मिलकर Netflix.com के नाम से एक वेबसाइट बनाई गई. लोगों को इसके लिए 4 से 6 डॉलर कंपनी को देना पड़ता था.

इसके बाद दोनों ने वेबसाइट पर अधिक लोगों के विजिट कराने के लिए एक मार्केटिंग प्लान तैयार किया. इसका उद्धेश्य यह था कि सब्सक्रिप्शन लेने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो. इस प्लान को 1999 में लागू किया गया और इसके 3 साल बाद ही कंपनी की वेबसाइट पर सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़कर 6 लाख हो गई थी.

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2005 तक नेटफ्लिक्स सब्सक्राइब की संख्या इतनी थी

आपको बता दें कि वर्ष 2004 तक नेटफ्लिक्स का सलाना रेवेन्यू बढ़कर 3.73 हजार करोड़ रुपए हो गया था और वर्ष 2005 तक विश्वभर में करीब 50 लाख लोगों ने इसे सब्सक्राइब किया था, फिर इसके बाद वर्ष 2007 में नेटफ्लिक्स ने अपने ऐप पर वीडियो स्ट्रीमिंग की शुरुआत की थी. अब ये कंपनी अपना कंटेंट नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम कर सकती थी. जैसे जैसे समय बीतता गया उसी हिसाब कंपनी के सब्सक्राइबर्स बढ़ते गए. 2011 कंपनी ने DVD रेंटल सर्विस और वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस को अलग करने का निर्णय किया. इसके बाद दोनों सुविधाओं के लिए दो अलग-अलग पैकेज तय किए गए.

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2016 में कंपनी का फैलाव 60 देशों में था

इसके बाद वर्ष 2016 में कंपनी का फैलाव 60 देशों में था. बता दें कि इस साल कंपनी ने भारत समेत 190 देशों में स्ट्रीमिंग सर्विस शुरू करने का निर्णय लिया.लोग 21 भाषाओं में वेब शो,टीवी शो और फिल्म इस प्लेटफॉर्म पर देख सकते थे. इसके बाद वर्ष 2017 में दुनिया भर में नेटफ्लिक्स के पेड सब्सक्राइबर्स की संख्या 100 मिलियन हो गई थी.

कोरोना महामारी के दौरान जहां सिनेमा घरों के कॉन्सेप्ट पर सवाल खड़ा कर दिया. वहीं, इससे OTT प्लेटफॉर्म का महत्व और बढ़ गया. देश में नेटफ्लिक्स से OTT की शुरूआत तो हुई, लेकिन उस समय इस पर बाहरी शो ज्यादा आते थे. इसी वजह से भारतीय दर्शक इससे अधिक समय तक जुड़े नहीं रह सके।एक्सेंचर की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 74 प्रतिशत यूजर्सका मानना है कि OTT प्लेटफॉर्म का सब्सक्रिप्शन प्राइस कंटेंट के लिहाज से काफी महंगा है. इसके अलावा 46 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि 2022 में वह अपने मीडिया और मनोरंजन पर होने वाले खर्च को कम करेंगे. ऐसे में नेटफ्लिक्स की चुनौती और बढ़ गई है.

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