पूरे देश में केंद्रीय यूनिवर्सिटी के अंडरग्रैजुएट कोर्स में दाखिले के लिए एकेडमिक वर्ष 2022-23 से एक कॉमन यूनिवर्सिटी टेस्ट यानी CUET आयोजित किया जाएगा. एडमिशन के लिए ये नई व्यवस्था का इस्तेमाल किया जाएगा. इसलिए 12वीं में इस बार पास होनेवाले छात्रों को जानना बेहद जरूरी है कि ये CUET है क्या? वहीं, छात्रों के मन में सवाल उठ रहे होंगे अगर कॉमन टेस्ट के जरिए दाखिला होगा तो उनके 12वीं के मार्क्स का क्या होगा.

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CUET क्या है

यूजीसी के चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने बताया है कि, CUET की शुरुआत देश के सभी छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखकर ही की गई है. उन्होंने कहा, यह CUET परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाएगी. इसके जरिए ही सभी यूनिवर्सिटी के अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में दाखिले होंगे. हालांकि, इस साल केवल केंद्रीय यूनिवर्सिटी इस परीक्षा के दायरे में आएंगे.

उन्होंने बताया कि, यूजीसी ने सभी तरह की यूनिवर्सिटीज (स्टेट, डीम्ड, प्राइवेट) से कहा है कि वे चाहें तो अपने अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में दाखिले के CUET स्कोर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.

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कब और कैसे होगा एग्जाम

बताया गया है कि, CUET परीक्षा जुलाई के पहले हफ्ते में हो सकता है. क्योंकि इस वक्त तक सभी बोर्ड्स के 12वीं के रिजल्ट सामान्य तौर पर आ जाते हैं. वहीं, इसके लिए आवेदन अप्रैल महीने से शुहू हो जाएगा. आवदेन के लिए ऑनलाइन व्यवस्था होगी और एग्जाम एक कंप्यूटर बेस्ट होगा. छात्र सेंटर पर जाकर कंप्यूटर पर एग्जाम दे सकेंगे. एग्जाम के पेपर का जवाब विकल्प चुनकर देना होगा. यानी प्रश्न के जवाब के चार ऑप्शन होंगे. इस परीक्षा के लिए सिलेबस एनसीईआरटी के कक्षा 12 के मॉडल सिलेबस के अनुरूप ही होगा. इसमें सेक्शन 1A, सेक्शन 1B, जनरल टेस्ट और डोमेन स्पेसिफिक सब्जेक्ट्स पर आधारित पेपर्स होंगे. सेक्शन 1A पेपर अनिवार्य होगा और इसे देने के लिए 13 भाषाओं का विकल्प होगा. इनमें अंग्रेजी, हिंदी, असमी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, गुजराती, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू और उर्दू शामिल हैं.

सेक्शन 1B वैकल्पिक पेपर होगा और इसे वे स्टूडेंट्स देंगे जो सेक्शन 1A में आने वाली भाषाओं से अलग कोई विकल्प चुनते हैं. इसके तहत फ्रेंच, अरबी, जर्मन आदि भाषाओं का विकल्प मिलेगा. जहां तक डोमेन स्पेसिफिक सब्जेक्ट्स पर आधारित पेपर का सवाल है, अंडरग्रैजुएट कोर्सेज के लिए आवेदन कर रहे स्टूडेंट्स अधिकतम 6 डोमेन का चुनाव कर सकते हैं. कुछ यूनिवर्सिटीज खास कोर्सेज में एडमिशन की अर्हता के तौर पर जनरल टेस्ट भी ले सकते हैं, यह भी CUET का हिस्सा होगा.

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12वीं के नंबर के मायने

यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि कोई भी 12वीं पास छात्र सीयूईटी एग्जाम में शरीक हो सकता है लेकिन किसी खास विश्वविद्यालय के खास अंडरग्रेजुएट कोर्स में दाखिले के लिए फलां यूनिवर्सिटी 12वीं में न्यूनतम पर्सेंटेज का मापदंड लागू कर सकती है. यानी कोई यूनिवर्सिटी 12वीं के न्यूनतम प्रतिशत के साथ CUET के स्कोर को मापदंड बना सकती है.

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