उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के मंत्रिपरिषद में रविवार को शामिल हुए पूर्व कांग्रेसी नेता जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) को प्राविधिक शिक्षा विभाग (technical education department) का प्रभार दिया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. 

प्रसाद को विभाग के आवंटन की घोषणा सोमवार को आदित्यनाथ ने ट्विटर पर की. प्रसाद ने छह अन्य मंत्रियों के साथ रविवार को उत्तर प्रदेश राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली.

इससे पहले प्राविधिक शिक्षा विभाग पोर्टफोलियो कमल रानी वरुण के पास था. पिछले साल 2 अगस्त को कमल रानी का कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद निधन हो गया था. 

जितिन प्रसाद को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के साथ छह राज्य मंत्री भी नियुक्त किए गए हैं. राज्य मंत्री के रूप में शामिल होने वालों में पल्टू राम, छत्रपाल सिंह गंगवार, संगीता बलवंत, धर्मवीर सिंह, संजीव कुमार और दिनेश खटीक हैं.

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किसको कौन सा मंत्रालय मिला? 

राज्य मंत्री छत्रपाल सिंह गंगवार को राजस्‍व विभाग, राज्य मंत्री संजीव कुमार को समाज कल्‍याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्‍याण विभाग, राज्य मंत्री दिनेश खटीक को जल शक्ति एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग का दायित्व सौंपा गया है. 

इसके अलावा राज्य मंत्री श्री पलटू राम जी को सैनिक कल्‍याण, होमगार्ड, प्रान्‍तीय रक्षक दल एवं नागरिक सुरक्षा विभाग, राज्य मंत्री डॉ. संगीता बलवंत को सहकारिता विभाग, राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति को औद्योगिक विकास विभाग का दायित्व प्रदान किया गया है.

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क्या है जातीय गणित?

नए मंत्रियों में प्रसाद एकमात्र ब्राह्मण चेहरा हैं, जबकि दिनेश खटीक और पल्टू राम अनुसूचित जाति और संजीव कुमार अनुसूचित जनजाति हैं. छत्रपाल सिंह गंगवार (कुर्मी), संगीता बलवंत (बिंद) और धर्मवीर सिंह (प्रजापति) पिछड़ी जातियों से हैं.

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कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले दिग्गज कांग्रेस नेता जितेंद्र प्रसाद के बेटे जितिन प्रसाद पार्टी को अलविदा कहने वाले राहुल गांधी के दूसरे प्रमुख करीबी सहयोगी हैं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पहले कांग्रेस से बीजेपी में प्रवेश किया था.