Pig Farming: देशभर में खेती के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन बड़े स्तर पर किया जाता है. आप पशुपालन से जुड़े हैं या फिर जुड़ने की सोच रहे हैं तो हम आपके लिए पशुपालन का सस्ता और मुनाफा देने वाले ऑप्शन बताने जा रहे हैं.अधिकतर किसान भैंस, गाय, भेड़ और बकरी पालन पर अधिक जोर देते हैं. लेकिन सुअर पालन (Pig Farming) में होते मुनाफे के मद्देनजर पिछले कुछ वर्षों में किसानों (Farmer) की दिलचस्पी सुअर पालन में बहुत तेजी से बढ़ी है.

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कम लागत में ज्यादा मुनाफा

विशेषज्ञों के मुताबिक, सुअर पालन के लिए अधिक पूंजी लगाने की जरूरत नहीं होती हैं. आप सिर्फ 50 हजार रुपये लगाकर आप इस बिज़नेस की शुरुआत कर सकते हैें. सब्जी, फल के छिलके, सड़े गले फल-सब्जी, होटल का बचा खाना कुछ भी इन जानवरों को दिया जा सकता है.जो अन्य पशुओं के साथ संभव नहीं है.

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मांस बेचकर कमाएं भारी मुनाफा

सूअर से अधिक मात्रा में मांस प्राप्त होता है.अधिकतर व्यस्क सूअर से 60 से 70 किलो मांस प्राप्त होता है.सूअर के मांस को आप बाजार में बेचकर भी बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं. इसके अलावा सूअर के मांस का प्रयोग चिकनाई, औषधीय और क्रीम बनाने में किया जाता है. ऐसे में बाजार में इसका मांस सही कीमतों पर बिकता है.

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शहरों में भी फैल रहा है व्यवसाय

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक मादा सुअर 14 से 115 दिनों में तकरीबन 6 से 7 बच्चे को जन्म दे देती हैं. ऐसे में सुअर की संख्या में बहुत तेजी से बढ़ती है. जितने सुअर आपके होंगे उतना ही मांस प्राप्त होगा. इससे आपका मुनाफा भी बहुत तेजी बढ़ेगा. विशेषज्ञों के मुताबिक 2-3 लाख रुपये की लागत में आप वर्षभर सुअर पालन से 3 लाख रुपये कमा सकते हैं. कम निवेश में अधिक मुनाफे के मद्देनजर अब शहरों में लोग बहुत तेजी से इस व्यवसाय को कर रहे हैं.

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इन बातों का रखें ध्यान

सूअर पालन की जगह की छत की ऊंचाई 10-12 फीट होनी चाहिए. क्योंकि इस जानवर को गर्मी अधिक लगती है. पानी की भी अच्छी व्यवस्था रखनी चाहिए. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सुअरों को मुख्य तौर पर चार बीमारियां होने का खतरा होता है. इसमें त्वचा से संबंधित रोग, खुर पका-मुंह पका, गला घोंटू और स्वाइन फीवर शामिल है. इनसे जानवर को बचाने का तरीका यही है कि तय समय पर उनका टीकाकरण होता रहे.