डॉलर के मुकाबले रुपया (Dollar Rupee exchange rate) अपने सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुका है. अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती को देखते हुए रुपया सोमवार (29 अगस्त) को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 31 पैसे टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर 80.15 पर (1 United States Dollar equals) आ गया है. 

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इंटरबैंक विदेशी मुद्रा में रुपया डॉलर के मुकाबले 80.10 पर खुला, इसके बाद खिसककर 80.15 पर पहुंच गया. शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 79.84 पर बंद हुआ था.

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यूएस फेड के चीफ जेरोम पॉवेल ने शुक्रवार 26 अगस्त को सेंट्रल बैंकों के साथ हुई मीटिंग में इशारों में बताया था बताया था कि महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दरों में अभी ढिलाई संभव नहीं है. इन्हीं संकेतों के बाद रुपया और कमजोर हो गया. एक डॉलर की कीमत अब 80.11 रुपये हो गई है. बता दें, इससे पहले की क्लोजिंग में एक डॉलर की कीमत 79.97 रुपये थी.

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इससे पहले, पिछले महीने डॉलर के मुकाबले रुपये ने अपने पुराने सभी रिकॉर्ड्स को तोड़ा था. तब एक डॉलर की कीमत 80.0650 रुपये थी. आज की गिरावट ने पिछले महीने के रिकॉर्ड को भी तोड़ कर दिया है. बता दें, शेयर बाजार की स्थिति भी सोमवार को शुरुआती कारोबार में काफी खराब है. सेंसेक्स 1466 अंकों की गिरावट के साथ खुला है.

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जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार कहते हैं,‘मार्केट को उम्मीद थी कि यूएस फेड के चीफ सकरात्मक बने रहेंगे. लेकिन उनकी चेतावनी लोगों और बिजनेस के लिए अच्छी नहीं है. महंगाई को कम करने के लिए इस तरह की सख्ती की उम्मीद कम थी.’ कमजोर रुपये की स्थिति एफपीआई के जरिए हो रहे निवेश को भी झटका दे सकता है. बता दें, पिछले कुछ सप्ताह में एफपीआई के जरिए निवेश बढ़ा था.