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RBI 8 फरवरी को करेगा ऐलान

Repo वृद्धि की रफ्तार में कमी ऐसे समय पर आएगी, जब खुदरा महंगाई दर गिर रही है और आरबीआई (RBI) के तय की गई सीमा 2-6 प्रतिशत के बीच आ गई है. बता दें, हाल ही में अमेरिकी केंद्रीय बैंक की ओर से भी ब्याज दरों में वृद्धि की रफ्तार को कम किया गया है.

आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक 6 फरवरी से शुरू हो गई है और 8 फरवरी को इसके नतीजों का ऐलान कर दिया जाएगा.

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कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने एक रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक महंगाई दर धीरे-धीरे कम हो रही है. हालांकि, अभी भी महंगाई कई केंद्रीय बैंकों की ओर से तय किए गए लक्ष्य से काफी ऊपर है. अगले कुछ महीनों में महंगाई कम हो सकती है, जिससे 2023 की छिमाही में ब्याज में बढ़ोतरी पर रोक लग सकती है. भारत में नवंबर और दिसंबर में खुदरा महंगाई दर 6 प्रतिशत नीचे रही है.

माना जा रहा है कि आरबीआई एमपीसी रेपो रेट को 25 आधार अंक बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर सकती है. 2022 में आरबीआई पांच बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर चुका है, इस कारण रेपो रेट 4 प्रतिशत से बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गई है.