Rupee vs Dollar: रुपया लगातार डॉलर के मुकाबले सबसे निचले स्तर का रिकॉर्ड बना रहा है. अब एक डॉलर की कीमत 81 रुपये 55 पैसे पहुंच गई है. 26 सितंबर को रुपए में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. इस गिरावट के साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर के पर पहुंच गया है. सोमवार (26 सितंबर) को बाजार खुलते ही शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 56 पैसे गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर 81.54 रुपए पर खुला है.

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पिछले कारोबारी दिन शुक्रवार यानी 23 सितंबर को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे की कमजोरी के साथ 80.99 रुपये के स्तर पर बंद हुआ.

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विशेषज्ञों के मुताबिक, डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में ताजा गिरवाट की वजह वजह यूएस फेड के द्वारा ब्याज दरों को बढ़ाया जाना है. वहीं विदेशी मुद्रा कारोबारियों के मुताबिक विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर की मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में गिरावट का स्थानीय मुद्रा पर असर पड़ा है. इसके अलावा कच्चे तेल के दामों में मजबूती और निवेशकों की जोखिम न लेने की प्रवृत्ति ने भी रुपये को प्रभावित किया है.

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बता दें, महंगाई से निपटलने के लिए अमेरिकी फेड ने ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने के बाद आगे भी रेट हाइक करने के संकेत दिए हैं. ऐसे में इसका असर भारतीय रिजर्व बैंक पर भी दिख सकता है.

वहीं, यूएस फेड के ब्याज दरों में बढ़ोतरी का असर दुनिया की अर्थव्यवस्था पर देखने को मिल रही है. गौरतलब रुपये की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए केंद्रीय बैंक ने जुलाई में 19 अरब डॉलर के रिजर्व को बेच दिया था.

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गौरतलब है कि रुपये की कीमत इसकी डॉलर के तुलना में मांग और आपूर्ति से तय होती है. इसके साथ ही देश के आयात और निर्यात पर भी इसका असर पड़ता है. हर देश अपने विदेशी मुद्रा का भंडार रखता है. इससे वह देश के आयात होने वाले सामानों का भुगतान करता है.