जब भी खेती किसानी की बात आती है, तो किसान उसमें आने वाली लागत को
लेकर काफी चिंतित नजर आते हैं. जिसमें सबसे पहली समस्या की बात की जाए तो वह है
बीज की समस्या क्योंकि बीज को खरीदने में अच्छी खासी लागत आती है. दरअसल खरीफ की
फसलों की बुवाई का समय शुरू हो गया है. इस समय हर किसान चिंतित होता है कि वह कहां
से पैसा इकट्ठा करे ताकि वह अपने खेतों के लिए बीज की खरीददारी कर सके. इस समस्या
से किसानों को निजात दिलाने के लिए राजस्थान सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. बता
दें कि राजस्थान सरकार 25 लाख लघु एवं सीमान्त किसानों को नि:शुल्क मिनीकिट बीज
का वितरण कराने जा रही है. सरकार के इस फैसले से किसानों में खुशी की लहर है.

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राजस्थान सरकार के इस फैसले से लगभग दस लाख
किसानों को संकर बाजरा बीज के मिनीकिट, जिसमें हर किसाने के हिस्से में डेढ़ किलो
बाजरे का पैकेट आएगा. इसी के साथ साथ सरकार की तरफ से करीब आठ लाख किसानों को संकर
मक्का बीज मिनीकिट का वितरण किया जाएगा. जिसमें कि हर किसान के हिस्से में पांच
किलो का पैकेट आएगा. सबसे खास बात यह है कि इस सारे बीज सामग्री के लिए किसान को 1
भी पैसा खर्च करना नहीं पड़ेगा. यह सब किसानों को बिल्कुल मुफ्त मुहैय्या कराया
जाएगा.

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सरकार किसानों के हित के लिए लगातार कार्य कर
रही है. जिसके चलते खरीफ के फसल के साथ साथ रबी की फसल और दलहन फसलों पर भी फोकस
किया जा रहा है. जिसके फलस्वरूप लगभग पौने तीन लाख किसानों को मूंग की बीज, 31
हजार किसानों को उड़द के बीज और 26 हजार किसानों को मोठ फसल के 4-4 किलोबीज मिनीकिट
नि:शुल्क उपलब्ध
कराए जा रहें हैं.

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माना जाता है कि किसी चीज की शुरुआत करना काफी कठिन होता है ऐसा ही
किसानों के साथ भी है. फसल की बुवाई के समय उन्हें बीज की एवं सिंचाई की ज्यादा
चिंता होती है, और इन चीजों को लेकर किसान काफी ज्यादा परेशान भी होता है, क्योंकि
पहले जैसे तैसे पैसों का इंतजाम करना, उनके लिए बड़ा काम हो जाता है और वहीं जैसे
तेसे करके अगर पैसों का प्रबंध कर भी लेते हैं तो फिर नकली बीजों का डर बना रहता है. कई बार ऐसा देखा गया है
कि बीज लगाया, सींचा, बोया काटा और वो चीज और क्वालिटी नहीं मिल पायी. जिससे
किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ता है. फिलहाल वहीं सरकार के इस फैसले ने किसानों
को काफी खुश कर दिया है. अब उनका मानना है, कि खेती किसानी के काम मे लागत तो कम
आएगी ही, इसके साथ साथ फसल उत्पादन अच्छा होगा. जिससे कि किसानों को अच्छा लाभ भी
प्राप्त हो सकेगा. इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको किसान ग्राम
पंचायत स्तर के बीज केंद्रों और कृषि कार्यकर्ताओं से संपर्क करना होगा.