देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार से बजट में अधिक आवंटन के साथ सक्रिय कदम उठाने का आग्रह किया है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने एक बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने जून से 5,200 गावों में प्राकृतिक खेती शुरू करने की घोषणा की है. उन्होंने कहा “किसानों को प्रत्येक महीना 900 रुपये अर्थात 10 हजार 800 रुपये प्रतिवर्ष उपलब्ध कराए जाएंगे. इसके अलावा किसान दूध को बेच कर अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकेंगे. साथ ही मूत्र और गोबर को खेतों में खाद के तौर पर प्रयोग में लाया जा सकेगा.

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अनुसार यह फैसला प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिहाज से किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा, “सरकार जिस तरह से किसानों को रासायनिक खाद पर सब्सिडी और दूसरी मदद देती है. उसी तरीके से प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहन दिया जाएगा.” सीएम शिवराज ने कहा, “प्राकृतिक खेती के लिए देशी गाय जरूरी है. खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को कृषि किट खरीदने के लिए 75 प्रतिशत राशि भी सरकार देगी.”

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मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, “जो किसान प्राकृतिक खेती करेगा. इसके लिए एक देशी गाय खरीदेगा. तो उसे 900 रुपये प्रत्येक महीने सरकार के खजाने से दिया जाएगा.”

उन्होंने कहा, “गाय के पालन के लिए कीटनाशकों और रासायनिक खाद से हमारी धरती का स्वास्थ्य खराब हो रहा है. इसकी वजह से अन्न प्रदूषित हो रहा है और इससे कई बीमारियां भी हो रही हैं. मैं खुद इस वर्ष 5 एकड़ जमीन में प्राकृतिक खेती करूंगा. प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण देने के लिए लोग भी लाए जा रहे हैं.”

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मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, “एक गाय का गो-मूत्र और गोबर से 30 एकड़ जमीन के लिए उचित होता है. इसके भरपूर लाभ हैं. लागत कम होती है. पानी की आवश्यकता कम होती है. जो फसल आती है. वह बिना किसी दोष के होती है, जिससे कोई बीमारी नहीं होगी .

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