Vastu Tips in Hindi: वास्तु शास्त्र (Vastu Shahstra) में घर के मंदिर को लेकर कई बातें विस्तार में लिखी हैं. मंदिर ईशान कोण या उत्तरी दिशा में होना चाहिए ऐसा वास्तु शास्त्र कहता है. घर में मंदिर (Temple in Home) की सही दिशा का होना घर में सुख-समृद्धि (Health-Wealth) लेकर आता है. घर में सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) को भी बढ़ावा मिलता है.

ऐसी मान्यता है कि घर में पूजा की सही दिशा और पूजा में भगवान की मूर्तियों (Statue of God) को लेकर कई बातों का ध्यान देना बहुत जरूरी होता है. चलिए बताते हैं घर में मंदिर रखने के साथ किन बातों का ध्यान रखना भी जरूरी होता है?

यह भी पढ़ें: Vastu Tips: जिंदगी में बार-बार हो रहे हैं असफल तो चिंता न करें, ये 4 उपाय बदलेंगे आपकी किस्मत!

घर के मंदिर में कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलतियां?

1. वास्तु के अनुसार, पूजा घर सही दिशा में हो तो सही रहता है. अगर पूजा घर सही दिशा में नहीं होता है तो इसका लाभ नहीं हो पाता है. पूजा घर हमेशा घर की उत्तर दिशा में ही होनी चाहिए.

2. वास्तु के अनुसार, पूजा घर में कभी खंडित मूर्तियों नहीं होनी चाहिए. ये सबसे अशुभ होता है और इन मूर्तियों की पूजा भी नहीं की जाती है.

यह भी पढ़ें: Vastu Tips: घर की इस दिशा में भूल से भी न बनाएं किचन, वरना परिवार में हो सकता है भारी क्लेश!

3. वास्तु के अनुसार, घर के मंदिर में एक भगवान की तस्वीर दो नहीं होनी चाहिए. इन बातों का भी ध्यान रखें कि गणेश भगवान की 3 प्रतिमाएं एक साथ नहीं होनी चाहिए.

4. ऐसी मान्यता है कि मंदिर में हनुमान जी की मूर्तियां भी ज्यादा नहीं होनी चाहिए. मंदिर में हमेशा उनकी मूर्ति छोटी ही होनी चाहिए. हनुमान जी की बैठी हुई मूर्ति शुभ मानी जाती है.

यह भी पढ़ें: क्या आपके घर में है श्रीमद्भागवत गीता? तो इन नियमों का जरूर करें पालन

5. वास्तु के अनुसार, मंदिर के पास शौचायल नहीं होना चाहिए. कई बाल लोग रसोईघर में ही मंदिर बना लेते हैं और ये भी बहुत वास्तु के हिसाब से गलत होता है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.