भगवान गणेश हिंदू धर्म में सबसे पूजनीय भगवान हैं. भगवान गणेश को रिद्धि सिद्धि और बुद्धि का देवता कहते हैं. भारत में जब भी कोई शुभ कार्य करना होता है, तो सबसे पहले गणपति की ही पूजा की जाती है. इसी तरह गणेश चतुर्थी को भी गणेश जी की सबसे खास तरीके से पूजा करने की परम्परा है. महाराष्ट्र का सबसे बड़ा उत्स्व गणपति उत्स्व गणेश चतुर्थी के दिन शुरू होता है और फिर वो दस दिन तक चलता है. उत्सव के आखिरी दिन गणपति विसर्जन भी होता है. चलिए देखते हैं ऐसे ही मंदिर, जहां गणपति बप्पा मुरादें पूरी करते हैं.
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खजराना गणेश मंदिर
प्राचीन मंदिर मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित है. इस मंदिर के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं. भगवान गणेश की मूर्ति 3 फीट ऊंची है. मंदिर का निर्माण 1735 में होल्कर वंश की रानी महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था.
दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर
गणेश की मूर्ति 7.5 फीट लंबी और 4 फीट चौड़ी है, जिसे सोने के गहनों से सजाया गया है. पुणे में इस मंदिर के पीछे की कहानी यह है कि दगदूशेठ गडवे मिठाई बेचते थे और उन्होंने अपने बेटे को महामारी के दौरान खो दिया था, अपने बच्चे को खोने के बाद उन्होंने इस गणेश मंदिर को बनाने का फैसला किया था.
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सिद्धि विनायक मंदिर
मुंबई में सिद्धिविनायक प्रसिद्ध गणपति मंदिरों में से एक है, जहां अक्सर मशहूर हस्तियां और लोग दर्शन करने के लिए आते हैं. मंदिर की स्थापना 1801 में हुई थी.
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श्री चिंतामन गणेश मंदिर
यह मध्य प्रदेश के तीर्थ शहर उज्जैन में स्थित है, जिसे भगवान महाकालेश्वर के निवास के रूप में जाना जाता है. गर्भगृह में प्रवेश करने पर गणेश की तीन मूर्तियां दिखाई देती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)