Sawan last somwar 2022: सावन का आखिरी और चौथा सोमवार 8 अगस्त 2022 को है. भोलेनाथ की आराधना के लिए सावन सोमवार की विशेष महत्ता है. सावन सोमवार का व्रत रखने वालों की शिव जी सभी मुरादें पूरी करते हैं. भोलेनाथ स्वभाव से बहुत भोले हैं, मात्र एक लौटा जल से प्रसन्न हो जाते हैं.

सोमवार व्रत के दिन क्या करें

1. इस दिन सूर्योदय से पहले उठे. स्नान करके स्वच्छ कपड़े पहनें.

2. इसके बाद दिनभर के व्रत का संकल्प लें और घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें.

3. इसके बाद सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें. और शिव और मां पार्वती की पूजा करें.

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4. इस दिन शिवलिंग पर दूध, दही, शहद या कोई भी वस्तु चढ़ाने के बाद जल जरूर चढ़ाएं .सोमवार के दिन शिवलिंग पर चमेली के फूल अर्पित करें. इससे जीवन में सुख प्राप्त होता है.

5. व्रत करने वाले लोगों को तीन पहर में से एक पहर में ही भोजन करें. व्रत के दौरान फलाहार करें.

6. शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पर कभी भी रोली व सिंदूर की तिलक नहीं करना चाहिए. शिवलिंग पर हमेशा चंदन का ही तिलक करें.

7. भगवान शिव के मंदिर में परिक्रमा करते वक्त ध्यान रखें कि कभी भी पूरी परिक्रमा न लगाएं. जहां से दूध बहता है वहां रूक जाएं और वापस घूम जाएं.

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सोमवार व्रत की पूजा में न करें ये गलतियां

1. जब आप शिवजी की पूजा में दूध का जलाभिषेक करते है. तो ध्यान रखें कि गलती से भी तांबे के लौटे में दूध न डालें. अगर आप तांबे के बर्तन में दूध डालते है. दूध संक्रमित होता हो जाता है और चढ़ाने योग्य नहीं रहता.

2. भगवान शिवजी के शिवलिंग पर रोली और सिंदूर का लेप कतई ना लगाएं. शिवलिंग पर सिर्फ चंदन का ही लेप लगाएं.

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3. शिवलिंग पर शहद, दूध या फिर कोई भी वस्तु चढ़ाने के बाद जल जरूर चढ़ाएं तभी जलाभिषेक पूर्ण होता है.

4. सोमवार की पूजा में नारियल के पानी और नारियल का इस्तेमाल नहीं किया जाता.

5. तुलसी दल भी सोमवार के व्रत में वर्जित है.

6. सोमवार व्रत की पूजा में काले वस्त्र का प्रयोग नहीं करें.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.