सावन (Sawn) के महीने में आने वाले प्रत्येक त्योहार का विशेष महत्व होता है. इस महीने में मंगला गौरी व्रत, हरियाली तीज (Hariyali Teej) और सोमवार व्रत समेत नाग पंचमी जैसे खास त्योहार आते हैं. सावन में आने वाले नाग पंचमी का बेहद ही खास महत्व है. हिंदू धर्म में कई देवी-देवताओं की तरह नाग की पूजा का भी विधान है. नाग पंचमी (Nag Panchami) का त्योहार (Festival) सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है. नाग पंचमी के दिन भगवान शिव (Lord shiva) के आभूषण नाग देव की पूजा (Nag Panchami Puja) की जाती है.

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पौराणिक काल से सांपों की देवताओं की तरह पूजा की जाती है. मान्यता ऐसी है कि नाग पूजन से सांपों के डसने का डर खत्म हो जाता है. नाग पंचमी के दिन विधि-विधान के साथ नाग देवता की पूजा की जाती है. साथ ही, व्रत रखा जाता है. इस लेख में हम आपको बताएंगे कि इस साल नाग पंचमी तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

नाग पंचमी 2022 पूजा मुहूर्त

02 अगस्त को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा. न्यूज़ 18 हिंदी रिपोर्ट के मुताबिक, नाग पंचमी 2022 पूजा के लिए 02 घंटे 42 मिनट का समय मिलेगा. इस दिन आप सुबह 05 बजकर 43 मिनट से सुबह 08 बजकर 25 मिनट के मध्य कभी भी पूजा कर सकते हैं. यह नाग पंचमी पूजा का शुभ समय है.

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नाग पंचमी पूजन विधि

यदि आप नाग पंचमी का व्रत करते हैं. तो सबसे पहले 8 नाग बना लें. इस दिन वासुकि, महापद्म, कुलीर, कर्कट, पद्म,अन्नत, तक्षक और शंख नामक अष्टनागों की पूजा का विधान है.

यह व्रत चतुर्थी तिथि से ही शुरू होता है. आप चतुर्थी के दिन एक बार भोजन करें और पंचमी के दिन व्रत किया जाता है. शाम के समय भोजन करें.

इस दिन पूजा के दौरान नाग देवता की लकड़ी की तस्वीर को चौकी पर रख लें और चावल, फूल, हल्दी और रोली अर्पित कर पूजा करें.

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नाग देवता की पूजा करने के बाद आप कच्चे दूध में चीनी, घी मिला लें और नाग देवता को अर्पित करें.

पूजा समाप्त होने पर आप नाग देवता की आरती करें. पूजा के दौरान आप इस बात का विशेष ध्यान रखें कि यदि संभव हो तो नाग को दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके दूध पिलाएं. पूजा के बाद नाग पंचमी की कथा पढ़ें और सुनें.

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नाग पंचमी व्रत का महत्व

हिंदू धर्म के अनुसार पौराणिक काल से नागों को देवताओं की तरह पूजा जाता रहा है. नाग पंचमी के दिन सभी सांपों की पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसी मान्यता हैं कि इस दिन नागों की पूजा करने से सांप के डसने का डर दूर हो जाता है और सांपों को दूध पिलाने और दूध से स्नान करवाने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. बता दें कि नाग पंचमी के दिन मुख्य गेट पर नाग की तस्वीर लगाई जाती है. ऐसा कहा जाता है कि मुख्य द्वार पर नाग की तस्वीर बनाने से भक्तों पर नाग देवता की कृपा बनी रहती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है)