Masik Shivratri 2022 Date: भगवान शिव जी (Lord Shiva) की पूजा के लिए आश्विन महीने की शिवरात्रि बहुत खास होती है. प्रत्येक महीने की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. भगवान शिव जी को मासिक शिवरात्रि अति प्रिय है. मान्यता है मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2022 Kab Hai) का व्रत (Vrat) करने से वैवाहिक जीवन से दूर तनाव होता है और संतान संबंधी समस्या से छुटकारा मिलता है.

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धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, जो भक्त इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव जी की पूजा-अर्चना और आरती करते हैं. उन्हें भोलेबाबा की विशेष कृपा प्राप्त होती है. इस बार अश्विन मासिक शिवरात्रि का व्रत आज (24 सितंबर 2022) को रखा जाएगा. यहां हम आपको बताएंगे मासिक शिवरात्रि मुहूर्त, पूजा विधि.

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अश्विन मासिक शिवरात्रि 2022 मुहूर्त

अश्विन माह कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि आरंभ – 24 सितंबर 2022, प्रात: 02 बजकर 30 मिनट

अश्विन माह कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि समाप्त – 25 सितंबर 2022, प्रात: 03 बजकर 12 मिनट

सुबह की पूजा का मुहूर्त – सुबह 04.41 – सुबह 05.28

अभिजित मुहूर्त – सुबह 11.55 – दोपहर 12.43

रात्रि प्रहर की पूजा मुहूर्त – 24 सितंबर 2022, रात 11.55 – 25 सितंबर 2022, रात 12.43

पूजा अवधि – 48 मिनट

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अश्विन मासिक शिवरात्रि पूजा विधि

-इस दिन आप शुभ उठकर स्नान के बाद शिव जी के समक्ष व्रत का संकल्प लें.

-यह व्रत शनिवार को होता है और शनि देव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल मिलेगा. शनि देव का गुरू शिव को माना जाता है. इनकी पूजा से शनि दोष शांत होता है.

-इस दिन सुबह के समय भोलेनाथ शिव जी की पूजा के साथ रात्रि में चार प्रहर की शिव पूजा करना शुभ माना गया है. इसमें घी, शहद, दही और दूध से शिव जी का अभिषेक करें.

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-शिव को 21 बेलपत्र अर्पित करें. शिव के पंचाक्षरी मंत्र ऊं नम: शिवाय मंत्र का एक माला का जाप करें और इसके अलावा मां पार्वती की पूजा करें.

-शिव के निमित्त धूप, दीप, नेवैद्य लगाकर शिव चालीसा का पाठ करें और फिर परिवार सहित भोलेनाथ की आरती करें.

-यह मासिक शिवरात्रि व्रत शनिवार को है. इस दिन हनुमान जी की भी पूजा भी शनि के प्रकोप से रक्षा करती है. तो आप इस दिन हनुमान जी को चोला और पीपल के पत्तों से बनी माला चढ़ाएं .

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)