Maha Shivratri Fasting Rules: इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी, शनिवार को मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि पर महादेव और माता पार्वती की पूजा करने और मंत्र जाप करने से भक्तों को मनचाहा वरदान प्राप्त होता है. साथ ही सुख, धन और सौभाग्य की भी प्राप्ति होती है. महाशिवरात्रि के दिन माता पार्वती और शिव जी का विवाह हुआ था. महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर अगर आप भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं तो उन्हें प्रसन्न करने के लिए शिव के मंत्रों का जाप करना चाहिए. भारत में महाशिवरात्रि को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है.वैसे तो शिवरात्रि व्रत (Mahashivratri Fasting Rules) के कुछ नियम और विधि हैं, जिन्हें जानकर अगर आप भगवान शिव की पूजा करते हैं तो भगवान शिव आपकी मनोकामना जल्द पूरी कर सकते हैं.

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महाशिवरात्रि व्रत के नियम (Maha Shivratri Fasting Rules)

1. अगर आपने महाशिवरात्रि का व्रत रखा है तो इस दिन आपको गेंहू, चावल, बेसन, मैदा आदि से बनी चीजों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए.

2. इस दिन मांस-मछली, शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं तो भगवान शिव भी आपसे नाराज हो सकते हैं.

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3. व्रत के दौरान आपको सोना नहीं चाहिए. शास्त्रों के अनुसार दिन में सोने से व्रत का पूरा फल नहीं मिलता है.

4. व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन जरूर करें.

5. व्रत के दौरान किसी से वाद-विवाद न करें और न ही ऐसे शब्दों का प्रयोग करें जिससे किसी का दिल दुखे.

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6. व्रत के दौरान आप  दिन में चाय, दूध और फल आदि का सेवन कर सकते हैं.

7. आप सात्विक भोजन शाम के समय कर सकते हैं. इसके लिए साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जा सकता है.

8. शिवपुराण में महाशिवरात्रि पर रात्रि जागरण का महत्व के बारे में बताया गया है. आपको रात्रि जागरण करने से दुगुना फल मिलेगा. अगर आप जागरण नहीं कर पा रहे हैं तो सोते समय सिरहाने तुलसी का पत्ता रखें.

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9. शिवरात्रि व्रत का विधान है कि इस व्रत का प्रारंभ चतुर्दशी से ही करना चाहिए और चतुर्दशी को ही इसका समापन करना चाहिए. व्रत रखने वाले दोपहर 1.15 बजे से पहले व्रत तोड़ सकते हैं. दिन और रात का व्रत रखने वाले अगले दिन सूर्योदय के 2 घंटे के भीतर व्रत तोड़ सकते हैं.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.