Maha Ravivar Vrat: हिंदू धर्म में हर दिन का कोई ना कोई मतलब होता है. जीवन में सुख-समृद्धि और शत्रुओं से सुरक्षा के लिए रविवार का व्रत करने का प्रावधान है. 4 सितंबर को महा रविवार व्रत (Maha Ravivar Vrat 2022) पड़ा है और ऐसी मान्यता है कि ये व्रत रखने वालों के जीवन में सुख-शांति बनी रहती है. मगर रविवार का व्रत कैसे रखते हैं, इसकी पूजा जैसे करते हैं, अगर आपके मन में ये बात है तो यहां आपको सभी जवाब मिलेंगे.

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कैसे करते हैं सूर्यदेव के व्रत में पूजा?

1. रविवार के दिन सूर्योदय से पहले बिस्तर से उठकर नित क्रिया करके स्नान कर लें और साफ कपड़े पहन लें.

2. इसके बाद घर के मंदिर में या छत पर जहां बैठकर सूर्य देव की पूजा की जा सके वहां सूर्यदेव की प्रतिमा रख लें.

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3. अब विधि-विधान के साथ धूप और फूलों को भगवान सूर्य को अर्पित करें.

4. सूर्यदेव को कुछ मीठा भोग लगाएं और सूर्यदेव को जल देकर उनका आह्वान करें.

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5. अब सूर्यदेव व्रत कथा (Suryadev Vrat Katha) को पढ़ें और बाद में सूर्य चालिसा भी करें.

6. ये सब हो जाए तो दीपक जलाकर सूर्यदेव की विधिवत आरती करें.

7. इसके बाद सूर्य देव का स्मरण करते हुए ॐ हूं सूर्याय नम: का कम से कम 11 बार जाप करें.

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8. इसके बाद एक लोटे में पानी लें, उसमें रक्त चंदन, अक्षत, लाल पुष्प एकत्रित करें और सूर्य देव को अर्घ्य दें.

9. इसके बाद सात्विक भोजन व फलाहार का सेवन करें. भोजन में गेहूं की रोटी, दलिया, दूध, दही, घी और चीनी खाएं. मगर याद रखें इस दिन नमक नहीं खाना चाहिए.

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10. रविवार के व्रत में एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि सूर्य ढलने के थोड़ी देर पहले ही भोजन करें, उसके बाद कुछ ना खाएं.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.