Maha Ashtami 2023: चैत्र नवरात्रि के पहले दिन हिंदू नववर्ष की शुरुआत जो जाती है. इस प्रकार चैत्र मास की नवरात्रि हिंदू वर्ष की प्रथम नवरात्रि है. नवरात्रि के इन 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है. अष्टमी तिथि को महा अष्टमी (Maha Ashtami 2023) मनाई जाती है और मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है. जबकि राम नवमी अंतिम दिन मनाई जाती है क्योंकि भगवान राम का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी तिथि को हुआ था. इस साल नवरात्रि पूरे 9 की है यानी तिथियों में कोई अंतर नहीं है. इन 9 दिनों में मां अम्बे की पूजा करना बहुत लाभकारी होता है क्योंकि नवरात्रि के 9 दिन बहुत ही शुभ और पवित्र माने जाते हैं. आइए जानते हैं कब है महा अष्टमी और राम नवमी.

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कब है महा अष्टमी 2023

हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष चैत्र नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी 29 मार्च दिन बुधवार को पड़ेगी. चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 29 मार्च को रात 09 बजकर 7 मिनट पर रहेगी. इस दिन मां दुर्गा के आठवें अवतार मां महागौरी की पूजा की जाती है. कुछ लोग इस दिन हवन-पूजन और कन्या पूजन भी करते हैं. इस बार दुर्गा अष्टमी के दिन रवि योग और शोभन योग बनने से इस दौरान किए गए पूजा के उपाय बहुत लाभ देंगे.

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कब है रामनवमी 2023

हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल रामनवमी 30 मार्च को पड़ रहा है. चैत्र शुक्ल नवमी तिथि 30 मार्च को रात 11 बजकर 30 मिनट तक रहेगी. महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. इसके साथ ही देशभर में भगवान राम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार महानवमी के दिन 4 शुभ योग- सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, गुरु पुष्य योग और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र में इन शुभ योगों का बहुत महत्व बताया गया है. इनमें की गई पूजा या कार्य बहुत ही शुभ फल देते हैं. साथ ही इस दिन हवन और कन्या पूजन करना शुभ माना जाता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)