Kartik Purnima 2022: हिंदू शास्त्र में बताया गया है कि हर साल 12 पूर्णिमा पड़ती है. लेकिन कार्तिक महीने की पूर्णिमा का खास महत्व होता है. इस पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा और कतकी पूर्णिमा के नाम भी लोग जानते हैं. पौराणिक कथा के अनुसार, ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का विध किया था. कार्तिक पूर्णिमा के महीने में शुक्ल पक्ष होती है और इस पूरे महीने को खास माना जाता है. मगर लोगों के मन में ये सवाल है कि आखिर कार्तिक पूर्णिमा क्यों प्रसिद्ध है?

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कार्तिक पूर्णिमा क्यों प्रसिद्ध है?

कार्तिक पूर्णिमा के दिन सिख समुदाय के महान गुरु नानकदेव के जन्म दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इसलिए कार्तिक पूर्णिमा इतना फेमस है. इसके अलावा कार्तिक पूर्णिमा से शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं और शादी के लिए ये महीना बहुत अच्छा माना जाता है. इस साल 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पड़ेगी जिस रात देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है.

विष्णु और माता लक्ष्मी (Lord Vishnu and Maa Lakshmi)की पूजा करने का विधान होता है. माना जाता है कि भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कार्तिक मास में पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए. कार्तिक मास में दीप दान किए जाने का भी बहुत महत्व होता है, साथ ही जो इस मास में व्रत करता है भगवान विष्णु उसकी सभी इच्छाएं पूरी करते हैं. पौराणिक मान्यता है कि कार्तिक के पावन महीने में भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था. इसी वजह से इस महीने में विष्णु भगवान की पूजा करने का खास विधान होता है. 

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कार्तिक पूर्णिमा को कतकी भी कहते हैं, इस दिन लोग दान करते हैं, गंगा स्नान करते हैं. इसके अलावा अब शादी या शुभ कार्यक्रमों का समय शुरू हो जाता है. इस दिन गंगा की पूजा भी की जाती है.