Kalashtami 2023: आज 10 जून शनिवार को आषाढ़ मास का मासिक कालाष्टमी व्रत (Kalashtami 2023) रखा जाएगा. मासिक कालाष्टमी का व्रत प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है. रुद्रावतार इस व्रत में काल भैरव की पूजा करते हैं. उनकी पूजा करने से सभी प्रकार के भय का नाश होता है. रोग दोष दूर होते हैं. काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव अपने भक्तों की शत्रुओं से रक्षा करते हैं. मासिक कालाष्टमी के दिन कुछ सरल ज्योतिषीय उपाय करने से लाभ होता है. आइये जानते हैं मासिक कालाष्टमी व्रत की उपाय और शुभ मुहूर्त के बारे में.

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मासिक कालाष्टमी 2023 निशिता मुहूर्त (Kalashtami 2023)

जो लोग निशिता मुहूर्त में मासिक कालाष्टमी व्रत की पूजा करना चाहते हैं, वे मध्यरात्रि 12 बजे से 12 बजकर 41 मिनट के बीच काल भैरव की पूजा कर सकते हैं. इस मुहूर्त में शुभ मुहूर्त रात 12 बजकर 20 मिनट से देर रात 01 बजकर 36 मिनट तक है. तंत्र-मंत्र की सिद्धि निशिता मुहूर्त में की जाती है

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काल भैरव को प्रसन्न करने के उपाय

1. कालाष्टमी की रात निशिता मुहूर्त में भैरव बाबा के मंदिर जाएं. वहां उनके लिए सरसों के तेल का दीपक जलाएं. नीले फूल, सिंदूर, तेल आदि अर्पित करें. दही और गुड़ का भोग लगाएं. ऐसा करने से आप पर काल भैरव की कृपा बनी रहेगी.

2. आज शनिवार के दिन कालाष्टमी का व्रत है. आज रात को सरसों के तेल में पकौड़े, पुआ, पापड़ आदि बना लें. फिर कल रविवार की सुबह इस पकवान को गरीबों में बांट दें. काल भैरव की कृपा से आपके सभी रोग, दोष और परेशानियां दूर हो जाएंगी.

3. कालाष्टमी के शुभ मुहूर्त में काल भैरव के मंत्र ॐ क्लीं क्लीं क्लीं स: वं ह्रीं ह्रीं अपौधरणाय अजमल बद्धाय लोकेश्वराय स्वर्ण शांति धन अक्षराय सर्व देब रोगादि निवारणराय ह्रीं ॐ कालभैरवाय नम: का रुद्राक्ष माला से 108 बार जाप करें. इसके प्रभाव से ग्रह दोष, अकाल मृत्यु या ग्रह बाधा दूर होती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)