Chhath Puja 2022 Surya Uday Time: छठ पूजा (Chhath Puja) का महापर्व उत्तर भारत समेत पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. माना जाता है कि जो भी सच्चे मन और श्रद्धा से छठी मैया के व्रत (vrat) करता है उसकी सभी मनोकामना जरूर पूरी होती है. छठ पूजा का पर्व दिवाली के छठे दिन शुरू होता है. छठ पूजा बहुत ही कठिन मानी जाती है. क्योंकि यह व्रत  (Chhath Puja Vrat) निर्जला रखा जाता है. छठ पूजा की शुरुआत नहाय खाय से होती है और इस पर्व के दूसरे दिन को खरना कहा जाता है.तीसरे दिन संध्या अर्घ्य होता है और चौथे दिन को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. चौथे दिन को ऊषा अर्घ्य के नाम से जाना जाता है. इस वर्ष उगते सूर्य को 31 अक्टूबर को अर्घ्य दिया जाएगा. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे आपके शहर में 31 अक्टूबर 2022 सूर्योदय (Chhath Puja 2022 Argy Time) कितने बजे होगा. 

यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2022 Day 4: उगते सूर्य को अर्घ्य देते समय न करें ये गलतियां, वरना नहीं मिलेगा व्रत का फल

दिल्ली- सुबह 06 बजकर 30 मिनट

पटना- सुबह 05 बजकर 55 मिनट

नोएडा- सुबह 06 बजकर 31 मिनट

आगरा- सुबह 06 बजकर 25 मिनट

औरंगाबाद- सुबह 06 बजकर 05 मिनट

लखनऊ- सुबह 06 बजकर 13 मिनट

गोरखपुर- सुबह 06 बजकर 03 मिनट

इंदौर- सुबह 06 बजकर 29 मिनट

गाजियाबाद- सुबह 06 बजकर 30 मिनट

देहरादून- सुबह 06 बजकर 31 मिनट

लखनऊ- सुबह 06 बजकर 15 मिनट

मुंबई- सुबह 06 बजकर 38 मिनट

कोलकाता- सुबह 05 बजकर 40 मिनट

गोरखपुर- सुबह 06 बजकर 05 मिनट 

यह भी पढ़ें: Chhath Puja Arag time 2022: जानें 30 अक्टूबर के सूर्यास्त और 31 अक्टूबर के सूर्योदय का समय

सूर्य को अर्घ्य देने की विधि

-सबसे पहले आप सूर्य पूजा के लिए नए और बिना सिले कपड़े पहनें.

-छठ पूजा में महिलाओं को सूती साड़ी पहननी चाहिए और पुरुषों को धोती पहनने की राय दी जाती है.

यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2022 Prasad list: छठी मैया को चढ़ाएं ये प्रसाद, देखें पूरी लिस्ट

-छठ पूजा के दिन सूर्य देव को जल देने के लिए तांबे का कलश शुभ माना गया है .

-सूर्य को अर्घ्य देते समय सूर्य देव को सीधे नहीं देखना चाहिए. गिरते हुए जल की धारा को देखकर सूर्य को अर्घ्य दें और मन ही मन अपनी इच्छा से कामना करें.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.