Bageshwar Dham kaha hai? देशभर में बीते कई दिनों से बागेश्वर धाम काफी चर्चा में बना हुआ है. मीडिया में भी यही नाम जमकर छाया हुआ है. बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री (Bageshwar Dham Dhirendra Shastri) के चमत्कार अक्सर लोग मोबाइल में देख रहे हैं और उनके मुरीद हो रहे हैं. ऐसे में हर कोई बागेश्वर धाम के बारे में जानना चाह रहा है. तो चलिए आज हम आपको बागेश्वर धाम का नाम बागेश्वर कैसे पड़े व ये जगह क्या है और यह धाम कहां पर स्थित है और इस जगह तक किस मार्ग के द्वारा पहुंचा जा सकता है जैसी कई अहम जानकारियां आपको देने वाले हैं.

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क्या है बागेश्वर धाम?

मंदिर से जुड़े लोगों की मानें, तो बागेश्वर धाम चंदेल कालीन प्राचीन मंदिर है. इस जगह का नाम बागेश्वर धाम पड़ने के पीछे मान्यता है कि चूंकि इस पहाड़ के आसपास घना जंगल था, जिसमें बाघ घूमते थे इसलिए इसे बाघेश्वर कहते थे, जो अब बागेश्वर बोला जाने लगा है. आपको बता दें कि महादेव की इस मढिया के पास ही बना है बालाजी धाम हनुमान जी महाराज का नया मंदिर. बागेश्वर धाम महाराज के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री इन्हीं बालाजी के उपासक हैं और कहते हैं कि उनको इन्हीं की सिद्धि मिली है और इन्हीं के दम पर वह लोगों का भूत व भविष्य सब बता देंते हैं.

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कहां पर स्थित है बागेश्वर धाम? (Bageshwar Dham Location)

आपको बता दें कि बागेश्वर धाम जाने के लिए छतरपुर से खजुराहो की ओर फोर लेन रास्ते पर करीब पंद्रह किलोमीटर चलने पर ही बाएं हाथ पर एक रास्ता कटता है, जो गढा गांव की ओर जाता है. रास्ते पर लगे बोर्ड और होर्डिंग्स से ही अंदाजा हो जाता है कि ये रास्ता आम नहीं है. चौराहे पर खड़े ई रिक्शा और टेंपों दस से बीस रुपये में बागेश्वर धाम सरकार तक ले जाने की आवाज देते हुए नजर आ जाएंगे.