Ashadh Month 2023 Vrat Tyohar: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चौथा महीना आषाढ़ का होता है. इस महीने में मानसून दस्तक देता है, इसी महीने में देवदशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु 4 महीनों के लिए सो जाते हैं. इस दौरान कोई भी शुभ कार्यक्रम नहीं होते हैं. आषाढ़ महीने में कई तरह के त्योहार और व्रत पड़ते हैं जिन्हें करने के बाद आप भगवान की विशेष कृपा पा सकते हैं. इस महीने कई तरह के धर्म-कर्म करने से आपके सभी कष्ट दूर हो सकते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि आषाढ़ माह में कौन कौन से व्रत-त्योहार पड़ते हैं?

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आषाढ़ माह में कौन-कौन से व्रत-त्योहार होते हैं? (Ashadh Month 2023 Vrat Tyohar)

  1. आषाढ़ कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा 5 जून को है. इस दिन सिख पंथ के छठे धर्म गुरू हरगोबिंद साहिब जी की जयंती भी मनाई जाती है.

2.आषाढ़ कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी व्रत किया जाएगा. इस दिन उपवास कर विघ्नहर्ता भगवान श्रीगणेश पूजा अर्चना करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

3.बुध वृष राशि में 7 जून की शाम 7 बजकर 45 मिनट पर की जाएगी. आषाढ़ कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि 9 जून को सुबह 6.02 बजे होगा. पंचक प्रारंभ होंगे और 13 जून की दोपहर 1.32 बजे पर समाप्त होगें.

4.आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 14 जून को योगिनी एकादशी का व्रत करेंगे. ऐसा माना जाता है कि योगिनी एकादशी का व्रत रखने वाले को बहुत फलदायी होता है.

5.भगवान शिव को प्रदोष व्रत समर्पित होता है जो 15 जून दिन गुरुवार को पड़ेगा. इस दिन उदया तिथि द्वादशी भी है जो सुबह 8.33 बजे तक रहेगी. इसी दिन शाम 6.16 बजे सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश करेगा.

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6.महाशिवरात्रि का व्रत 16 जून और श्राद्धादी की अमावस्या 17 जून को मनाया जाएगा. 17 जून की रात 10.56 बजे शनि वक्री होंगे.

7.अमावस्या तिथि 2 दिनों की है जो 18 जून को स्नान-दान की अमावस्या पड़ेगी.

8.आषाढ़ शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 22 जून को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत करेंगे.

9.आषाढ़ शुक्ल पक्ष की षष्ठी 24 जून को श्री स्कंद षष्ठी पडे़गी. 24 जून की दोपहर 12.40 बजे बुध मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. 25 जून को भानु सप्तमी है.

10.दुर्गाष्टमी और परशुराम अष्टमी 26 जून को मनाया जाएगा. 1 जुलाई को प्रदोष व्रत और 2 जुलाई को कोकिला व्रत और व्रतादि की पूर्णिमा होगी. वहीं 3 जुलाई को स्नान-दान की पूर्णिमा मनाई जाएगी.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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